भारतीय तटरक्षक बल ने हाल ही में चेन्नई तट से अपने द्विवार्षिक राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव अभ्यास SAREX 22 का आयोजन किया। शीर्ष भारतीय तटरक्षक अधिकारी राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव अभ्यास (SAREX 22) के दसवें संस्करण के लिए चेन्नई में थे, जिसमें विदेशी पर्यवेक्षकों और मित्र विदेशी देशों ने भाग लिया था।
प्रमुख बिंदु
- इस अभ्यास का उद्देश्य समुद्र में दुर्घटनाओं से बचना और बचाव अभियान चलाकर लोगों की जान बचाना है। इस दौरान ‘समुद्री सुरक्षा की ओर क्षमता निर्माण’ विषय के तहत आयोजित अभ्यास में 16 देशों के 24 पर्यवेक्षकों ने भाग लिया।
- तटरक्षक बल द्वारा आयोजित यह 10वां अभ्यास था। इस अभ्यास के दौरान, बंगाल की खाड़ी के ऊपर रिमोट नियंत्रित लाइफबॉय जैसी नई तकनीक का प्रदर्शन किया गया।
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भारतीय तटरक्षक (SAREX 22)
यह एक सशस्त्र बल, खोज और बचाव एजेंसी है जो भारत के समुद्री हितों की रक्षा करती है। यह एक समुद्री कानून प्रवर्तन एजेंसी है। इसकी स्थापना 1978 में तटरक्षक अधिनियम, 1978 द्वारा की गई थी। यह रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
भारतीय तटरक्षक बल के मिशन निम्नलिखित हैं-
- कृत्रिम द्वीपों की रक्षा के लिए
- समुद्री पारिस्थितिकी और पर्यावरण की रक्षा के लिए
- मछुआरों और नौसैनिकों की आसानी से रक्षा करने के लिए
भारतीय तटरक्षक बल की जिम्मेदारियां अपतटीय सुरक्षा समन्वय, राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव, तटीय सुरक्षा हैं।
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