केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी ने हाल ही में मुंबई में अशोक लीलैंड द्वारा विकसित ‘Switch EIV 22’ नामक भारत की पहली AC Double Decker Electric Bus का शुभारंभ किया।
Switch EIV 22 Electric Bus के बारे में
- बस केवल 45 मिनट के चार्ज के साथ 100 किमी की दूरी हासिल कर सकती है, जबकि एक पूर्ण चार्ज में 80 मिनट लगते हैं और इसमें निकल, मैंगनीज और कोबाल्ट (NMC) बैटरी होती है जो 8 साल की वारंटी के साथ आती है।
- ‘Switch EIV 22’ सिंगल-डेकर बस की तुलना में लगभग दोगुने यात्रियों को ले जा सकता है, जिसमें कर्ब वेट (यात्रियों के बिना) में सिर्फ 18% की वृद्धि होती है।
- इलेक्ट्रिक बस (Electric Bus) में फील गुड इंटीरियर और एक्सटीरियर के साथ समकालीन स्टाइल है। चौड़े सामने और पीछे के दरवाजे, दो सीढ़ियाँ और एक आपातकालीन द्वार के साथ, नवीनतम सुरक्षा मानकों की बस बोट।
- यह Double Decker Electric Bus शहरी आवागमन के लिए एक आदर्श समाधान के रूप में कार्य करता है, क्योंकि वे प्रति यात्री कम सड़क, टर्मिनल और डिपो फ्लोर स्पेस पर कब्जा करते हैं।
- अशोक लीलैंड की योजना दिसंबर से शुरू होने वाले बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) को 200 वातानुकूलित इकाइयां देने की है।
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Switch EIV 22 के लिए आगे बढ़ने का रास्ता
भारत में, भविष्य में इलेक्ट्रिक बसों से बड़े पैमाने पर सार्वजनिक परिवहन में बड़ी छलांग लगेगी। यह ईंधन आयात बिल को कम करने की सरकार की पहल का समर्थन करेगा। इसके अलावा, यह वायु प्रदूषण को रोकने में मदद करेगा क्योंकि इन बसों में शून्य टेलपाइप उत्सर्जन और कम ध्वनि प्रदूषण है।
देश में 35 फीसदी प्रदूषण डीजल और पेट्रोल से होता है। इसलिए भारत के लिए ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए बिजली, इथेनॉल, मेथनॉल, बायो-डीजल, बायो-सीएनजी, बायो-एलएनजी और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे वैकल्पिक ईंधन का उपयोग शुरू करने का समय आ गया है।
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